महादेवी वर्मा की 5 सर्वश्रेष्ठ कविताएं – Famous Mahadevi Verma Poems in Hindi
नमस्कार, दोस्तों आज हमने आप सभी के लिए Mahadevi Verma Poems in Hindi पर आर्टिकल लिखा है। इस लेख में आप सभी को हमारे देश की प्रसिद्ध कवियत्री महादेवी वर्मा की कुछ सर्वश्रेष्ठ कविताये पढ़ने को मिलेगी। आप सभी जानते है की महादेवी वर्मा हिंदी साहित्य के चार महत्वपूर्ण स्तम्भों में से एक थी। महादेवी वर्मा ने कई लोकप्रिय वे सर्वश्रेष्ठ कविताये वे कहानिया लिखी जो आज भी लोगो के जहन में जिन्दा है। महादेवी वर्मा अपनी कविताओं के माध्यम से इतनी प्रसिद्ध हुई की लोग इन्हे आधुनिक मीरा भी बुलाने लगे। यहाँ तक की महान कवी निराला जी ने महादेवी वर्मा को “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” के नाम से भी बुलाया।
महादेवी वर्मा एक ऐसी छायावादी कवियत्री में से रही जिन्होंने अपने जीवन में गुलाम भारत भी देखा और समाज सुधारक भारत भी। इसलिए आज भी हम ही नहीं सम्पूर्ण समाज इन्होकी लिखी कहानियों वे कविताओं के माध्यम से इन्होकी याद दिलाते रहते है। दोस्तों महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च 1907 को हुआ था। इन्होने हमेशा से ही समाज को बे महिलाओ जागरूक करने के हित में अपनी कविताये लिखी। आज उन सभी कविताओं का एक विशाल संग्रह हम आप सभी के साथ शेयर करने जा रहे है मुझे उम्मीद है की आपको इस महान कवियत्री की लिखी ये कविताये जरूर पसंद आएगी।
Poetry of Mahadevi Verma – महादेवी वर्मा की कविता कोयल
Mahadevi Verma Poems in Hindi – महादेवी वर्मा की छोटी कविता
यह मेरा मिटने का अधिकार
वे मुस्काते फूल नही,
जिनको आता है मुरझाना,
वे तारों के दीप नही,
जिनको भाता ह बुझ जाना;
वे नीलम के मेघ नही,
जिनको है घुल जाने की चाह,
वह अनंत रितुराज नही,
जिसने देखि जाने की राह।
वे सूने से नयन नही,
जिनमें बनते आंसू मोती,
वह प्राणों की सेज नही,
जिनमें बेसुध पीड़ा सोती,
ऐसा तेरा लोक वेदना नही,
नही जिसमें अवसाद,
जलना जाना नही,
नही जिसने जाना मिटने का स्वाद।
क्या उम्रों का लोक मिलेगा
तेरी करुणा का उपहार?
रहने दो हे देव!
अरे यह मेरा मिटने का अधिकार।।
Poems in Hindi by Mahadevi Verma
कोयल – Mahadevi Verma Poems in Hindi
डाल हिलाकर आम बुलाता
तब कोयल आती है।
नहीं चाहिए इसको तबला,
नहीं चाहिए हारमोनियम,
छिप-छिपकर पत्तों में यह तो
गीत नया गाती है!
चिक्-चिक् मत करना रे निक्की,
भौंक न रोजी रानी,
गाता एक, सुना करते हैं
सब तो उसकी बानी।
आम लगेंगे इसीलिए यह
गाती मंगल गाना,
आम मिलेंगे सबको, इसको
नहीं एक भी खाना।
सबके सुख के लिए बेचारी
उड़-उड़कर आती है,
आम बुलाता है, तब कोयल
काम छोड़ आती है।
Mahadevi Varma ki Kavita
जब यह दीप थके तब आना
यह चंचल सपने भोले है,
दृग-जल पर पाले मैने,
मृदु पलकों पर तोले हैं,
दे सौरभ के पंख इन्हें सब नयनों में पहुँचाना!
जब यह दीप थके तब आना।
साधें करुणा-अंक ढली है,
सान्ध्य गगन-सी रंगमयी पर,
पावस की सजला बदली है,
विद्युत के दे चरण इन्हें उर-उर की राह बताना!
जब यह दीप थके तब आना।
यह उड़ते क्षण पुलक-भरे है,
सुधि से सुरभित स्नेह-धुले,
ज्वाला के चुम्बन से निखरे है,
दे तारो के प्राण इन्ही से सूने श्वास बसाना!
जब यह दीप थके तब आना।
यह स्पन्दन है अंक-व्यथा के,
चिर उज्ज्वल अक्षर जीवन की,
बिखरी विस्मृत क्षार-कथा के,
कण का चल इतिहास इन्हीं से लिख-लिख अजर बनाना!
जब यह दीप थके तब आना।
लौ ने वर्ती को जाना है,
वर्ती ने यह स्नेह, स्नेह ने,
रज का अंचल पहचाना है,
चिर बन्धन में बाँध इन्हें धुलने का वर दे जाना!
जब यह दीप थके तब आना।
Desh Bhakti Poems in Hindi by Mahadevi Verma
जाग तुझको दूर जाना – Mahadevi Verma Poems in Hindi
चिर सजग आँखें उनींदी आज कैसा व्यस्त बाना!
जाग तुझको दूर जाना!
अचल हिमगिरि के हॄदय में आज चाहे कम्प हो ले!
या प्रलय के आँसुओं में मौन अलसित व्योम रो ले;
आज पी आलोक को ड़ोले तिमिर की घोर छाया
जाग या विद्युत शिखाओं में निठुर तूफान बोले!
पर तुझे है नाश पथ पर चिन्ह अपने छोड़ आना!
जाग तुझको दूर जाना!
बाँध लेंगे क्या तुझे यह मोम के बंधन सजीले?
पंथ की बाधा बनेंगे तितलियों के पर रंगीले?
विश्व का क्रंदन भुला देगी मधुप की मधुर गुनगुन,
क्या डुबो देंगे तुझे यह फूल दे दल ओस गीले?
तू न अपनी छाँह को अपने लिये कारा बनाना!
जाग तुझको दूर जाना!
वज्र का उर एक छोटे अश्रु कण में धो गलाया,
दे किसे जीवन-सुधा दो घँट मदिरा माँग लाया!
सो गई आँधी मलय की बात का उपधान ले क्या?
विश्व का अभिशाप क्या अब नींद बनकर पास आया?
अमरता सुत चाहता क्यों मृत्यु को उर में बसाना?
जाग तुझको दूर जाना!
कह न ठंढी साँस में अब भूल वह जलती कहानी,
आग हो उर में तभी दृग में सजेगा आज पानी;
हार भी तेरी बनेगी माननी जय की पताका,
राख क्षणिक पतंग की है अमर दीपक की निशानी!
है तुझे अंगार-शय्या पर मृदुल कलियां बिछाना!
जाग तुझको दूर जाना!
यह भी आपके लिए –
मित्रो मुझे उम्मीद है की आपको हमारी पोस्ट Mahadevi Verma Poems in Hindi पर लिखी महादेवी वर्मा की कविताये पढ़कर आनंद आया होगा। बेशक आज इन कविताओं ने आपको उन्होकी याद दिला दी होगी। अगर आपको हमारा लेख पसंद आया है। तो हमे कमेंट में जरूर बताये ताकि हम आप सभी के लिए ऐसे ही कुछ महान कवियों की कविताये लाते रहे। धन्यवाद।