POEMS

15 August Poem in Hindi 2022 – आजादी के 75 वर्ष पर कविता

नमस्कार दोस्तों आज हमने आप सभी के लिए 15 August Poem in Hindi स्वतंत्रता दिवस पर कुछ जोश भर देने वाली देश भक्ति कविताये लिखी है। अब 15 अगस्त ज्यादा दूर नहीं है वो दिन हैं जब हम सभी हमारे महान भारत को ब्रिटिश सरकार से आजादी मिलती थी। हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने देश के लिए अपने आराम और स्वतंत्रता का बलिदान दिया। हमें उनके बलिदान को याद रखना चाहिए और अपने देश को एक बेहतर जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं! आइए हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करें जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने देश के लिए अपने आराम और स्वतंत्रता का बलिदान दिया। हमें उनके बलिदान को याद रखना चाहिए और अपने देश को एक बेहतर जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। आइम उन शहीदोंए ह को भी याद करें जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। वे असली नायक हैं जिन्होंने भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराया। हमें उन पर गर्व होना चाहिए और एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण की दिशा में काम करना चाहिए। जय हिन्द!

15 August Poem in Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर कविता इन हिंदी
15 august par kavita hindi mein – 15 अगस्त की कविताएं

अपने बलबुतो, देशभक्ति के जज्बो से, हमे आजादी दिलाई है ।
दिलो में रहेंगे अमरशहीद सदा, लिखा जिससे वो स्लकी स्याही है ।।

वतन की खुशीयों की खातिर, अपना खून बहाये हो ।
मिलती रहेगी हमे प्ररेणा, हमारे दिलो में समाये हो ।।

दिलायी हमे आजादी, नभ में फैली है सूरज की लाली ।
प्रकृति भी गूंज उठी है, है पतन में आजादी की हरियाली ।।

है हम आजाद, देश में फैली है आजादी की खुशहाली ।
फर्ज है हमारा, मरते दम तक करें देश की रखवाली ।।

रहे देश सुरक्षित, करे प्रगति हमारा वतन ।
सुख शान्ति रहे देश में, करते रहे हम पुरे जतन ।।

होगा देश का विकास, जब निभायेगे अपने फर्ज ।
रहे तैयार देश सेवाखातिर, सुरेश करे है आपसे अर्ज ।।

15 August Par Kavita – 15 अगस्त पर देशभक्ति कविता

जब भारत आज़ाद हुआ, तब आजादी का राज हुआ था,
वीरों ने क़ुरबानी दी, तब भारत आज़ाद हुआ था..

भगत सिंह ने फांसी ली, इंदिरा का जनाज़ा उठा था,
इस मिटटी की खुशबू ऐसी, खून की आँधी बहती थी..

वतन का ज़ज्बा ऐसा, जो सबसे लड़ता जा रहा था,
लड़ते लड़ते जाने गई, तब भारत आज़ाद हुआ था..

फिरंगियों ने ये वतन छोड़ा, इस देश के रिश्तों को तोडा था,
फिर भारत को दो भागो में बाटा, एक हिस्सा हिन्दुस्तान और दूसरा पाकिस्तान कहलाया था..

सरहद नाम की रेखा खींची, जिसे कोई पार ना कर पाया था,
ना जाने कितनी माये रोइ, ना जाने कितने बच्चे भूके सोए थे ..

Hindi Poem on Independence Day

आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है
गर्व इस बात का कि मैं भारतीय हूं
जो आज मना रहा स्वतंत्रता का पर्व है।

पर ऐसा जो न किसी धर्म का, न किसी क्षेत्र का,
ये तो जसन पूरे भारतीयों का है
आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है।

Independence Day Poem in Hindi

तीन ओर से रक्षक सागर
उत्तर में हिमालय का कर
देवनंदी का स्पर्श पाकर
पावन होती हर मनु-संतति,
नमामि देवभूमि भारती.

स्वर्गसम कश्मीर की धरा
मेवा, केसर, हरीतिमा से भरा
गुनगार करती जगत-गिरा
ईश्वर की सर्वोत्तम कृति,
रामायण, गीता, गुरुवाणी
त्रिपिटक और जातक कहानी
विश्व ने जिनकी शिक्षा मानी
सुंदर संगम भाषा-संस्कृति,
नमामि देवी भारती.

चाणक्य, ज्योतिबा, भामाशाह
राष्ट्र उन्नति थी जिनकी चाह
विश्व उतारे जिसकी आरती
नमामि देवभूमि भारती

15 august ke liye poem in hindi

देश बंटा हुआ था जब टुकड़ों में
पटेल ने किया था योगदान
फिर हुआ अखंड सदा को
मेरा भारत देश महान

उत्तर में हिमालय शोभित
जो है इसकी उत्तम शान
दक्षिण में सागर की लहरें
करती है इसका गुणगान

भाषा बोली अलग-अलग हैं
फिर भी सबका है सम्मान
पूर्व से लेकर पश्चिम तक
सहारा इक है हिंदुस्तान

वीर सपूत जहां जन्म लेते
वो है मेरा हिंदुस्तान
जहां तरसते है जन्म लेने को
ऋषि मुनि और भगवान
ऐसा है मेरा हिंदुस्तान

जय हिंद, जय भारत!!

आप यह भी पढ़ सकते है –

मुझे उम्मीद है की आप सभी को हमारी पोस्ट 15 August Poem in Hindi पर 15 अगस्त की कविताये पढ़ने में मजा आया होगा। आप ये सभी कविताये 15 अगस्त पर अपने विधालय के प्रोग्राम में ले सकते है। और हां अगर आपको हमारा लेख आजादी के 75 वर्ष पर कविता पसंद आया है तो शेयर करना ना भूले हम ऐसे ही आपके लिए तरह तरह की पोस्ट लाते रहेंगे। धन्यवाद।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!